जैन साहित्य >> जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-5 (शब्दानुक्रमणिका) जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-5 (शब्दानुक्रमणिका)जिनेन्द्र वर्णी
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जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश' शब्द-कोश तथा विश्व-कोशों की परम्परा में एक अपूर्व एवं विशिष्ट कृति है.
जैन धर्म-दर्शन के प्रखर तत्त्ववेत्ता क्षु. जिनेन्द्र वर्णी जी द्वारा लिखित 'जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश' भारतीय ज्ञानपीठ ने चार भागों में पहली बार सन 1971-73 में प्रकाशित किया गया था. प्रस्तुत ग्रन्थ उक्त चारों भागों की शब्दानुक्रमणिका के रूप में पाँचवाँ खण्ड है. वैसे देखा जाय तो कोश अपने-आप में शब्दानुक्रम के रूप में ही होता है, फिर भी इस शब्दानुक्रमणिका की अपनी विशेष उपयोगिता है.
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